भाई हो तो लछमन जैसा । लछमन जी एक ऐसे भाई थे जिन्होने अपने भईया भाभी की सेवा करने के अपनी पत्नी को छोड़ उनकी सेवा करने के लिऐ उनके साथ 14 साल का बनवास काटने चले गये थे। इस 14 साल के बनवास मे लछमन जी चाहे रात हो या दिन एक दिन भी नही सोऐ थे । क्योकि लछमन जी को निद्रा की देवी से वरदान मिला था।कि उन्हे 14 साल तक निंद ना आऐ ताकी वो अपने बड़े भाई राम और सीता जी की सेवा हर समय हर पल कर सके
जय श्री राम
जय श्री राम
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